भूकंप की चेतावनी: दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते खतरे का संकेत
भारत में हाल ही में आए भूकंप से लोगों में भय उत्पन्न हो गया, खासकर जब दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर भारत में तेज झटके महसूस किए गए।
ये झटके लंबे समय तक महसूस किए गए, जिसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए।
इस भूकंप का केंद्र नेपाल में था जिसका प्रभाव दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई भागों में फैला।
भू-पर्पटीय प्लेटों की गतिविधियों के कारण भूकंप आते हैं; जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, तब उससे ऊर्जा निकलती है जिससे भूकंप का जन्म होता है।
रिंग ऑफ फायर के कारण, इंडोनेशिया में दुनिया के सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं, और भारत में भी भूकंप का खतरा मौजूद है।
भारत को भूकंपीय जोखिम के आधार पर जोन-1 से जोन-5 तक विभाजित किया गया है, जिसमें जोन-5 सबसे अधिक जोखिम वाला है।
भूकंप के केंद्र से ऊर्जा तरंगें निकलती हैं जो भूकंप को जन्म देती हैं, और दिल्ली-एनसीआर में अक्सर इसके झटके महसूस किए गए हैं, जो शोधकर्ताओं के लिए चिंता का विषय है।